शुक्रवार, 15 मई 2020

Irfan khan ko shradhanjali

इरफ़ान ख़ान नहीं रहे। मुझे व्यक्तिगत रूप से सचमुच बहुत दुख है, इसलिए नहीं कि हमने एक महान अभिनेता खोया, वो तो और भी हैं...लेकिन इरफ़ान के जैसा इंसान खोया... इरफ़ान... कठमुल्लों से खुलकर लोहा लेने वाला मुसलमान, धर्म का असली मतलब समझने, और समझाने वाला मुसलमान, शाकाहार की वकालत करने वाला मुसलमान, आतंकवाद पर मुल्लों की चुप्पी पर सवाल उठाने वाला मुसलमान, बकरीद जैसे घृणास्पद रिवाज़ों पर सवाल उठाने वाला मुसलमान, रोज़े का असली मतलब (अपने भीतर झांकना) समझने वाला मुसलमान, भारतीय मुसलमानों का सच्चा प्रतिनिधि मुसलमान... सबसे बड़े शाकाहारी प्रदेश और सबसे ज़्यादा देशी गाय रखने वाले महान राज्य राजस्थान की पैदाइश.. यार एक ढंग का मुसलमान.. खो दिया हमने। ये एलोपैथी किसी काम की नहीं, नहीं बचा पाई इस हीरे को.. मुश्किल है कि हर काम का आसाँ होना... आदमी को भी मयस्सर नहीं इंसां होना -ग़ालिब लेकिन ये तो एक सच्चा मुसलमान था, सच्चा इंसान था..ईश्वर इसे मेरे पुण्य भी दे🙏🙏🙏🙏🙏😔

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