बुधवार, 3 जून 2020

Supreme court ka lajabaw faisla

सुप्रीम कोर्ट का लाजवाब फैसला 
      सुप्रीम कोर्ट ने बाहुबली राज्य के खात्मे की दिशा में एक महत्तवपूर्ण फैसले पर अपनी मोहर लगायी  है  कि कोई भी  राजनीतिक पार्टी यदि किसी अपराधी  को टिकट देती है  तो पार्टी को उनका आपराधिक रिकोर्ड मीडिया की समस्त शाखाओ में सार्वजनिक करना होगा , साथ ही पार्टी को यह बताना भी  आवश्यक होगा कि उन्होने उस  अपराधी को टिकट क्यो दिया | ऐसा न करने पर उनका यह क्रत्य कोर्ट का अपमान माना जायेगा |
        कोर्ट का यह फैसला स्वागतेय होते हुए भी  इस फैसले में कुछ अधुरेपन का एहसास ने हमें बाध्य किया कि मैं भी  देश के पटल के सामने अपने विचार रखूँ कि  सुप्रीम कोर्ट इसमें एक कलोज और जोड़ दे कि एक पार्टी से जीत कर  आया विधायक य़ा सांसद  यदि जनता के वोट का अपमान कर  देश हित की आड़ लेकर निज हित में दूसरी पार्टी ज्वाइन करता है  तो  उसे य़ा तो अयोग्य करार  दिया जाये य़ा उसे पुन: जनता का आदेश लेने चुनाव मैदान  में जाने की सलाह दी जाये व विधायक , सांसद चुनाव लड़ने के लिए ग्रेजूऐशन की सीमा तय कर दी जाये तो भारत अकस्मात ही एक पूर्ण शिक्षित विधान सभा व संसद   के रुप में विश्व में अवतरित हो जायेगा | आप का क्या कहना है ?
                   डा .  वासु  देव यादव

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Padam shree mukutdhar Pandey ji

 *पदम श्री मुकुटधर पाण्डेय जी पर शोध पत्र* -----पगडंडियों मे धूप की तपन गांव के जिंदा होने का बोध कवि हृदय में भारत के स्पंदन का प्रमाण देती...