सुप्रीम कोर्ट का लाजवाब फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने बाहुबली राज्य के खात्मे की दिशा में एक महत्तवपूर्ण फैसले पर अपनी मोहर लगायी है कि कोई भी राजनीतिक पार्टी यदि किसी अपराधी को टिकट देती है तो पार्टी को उनका आपराधिक रिकोर्ड मीडिया की समस्त शाखाओ में सार्वजनिक करना होगा , साथ ही पार्टी को यह बताना भी आवश्यक होगा कि उन्होने उस अपराधी को टिकट क्यो दिया | ऐसा न करने पर उनका यह क्रत्य कोर्ट का अपमान माना जायेगा |
कोर्ट का यह फैसला स्वागतेय होते हुए भी इस फैसले में कुछ अधुरेपन का एहसास ने हमें बाध्य किया कि मैं भी देश के पटल के सामने अपने विचार रखूँ कि सुप्रीम कोर्ट इसमें एक कलोज और जोड़ दे कि एक पार्टी से जीत कर आया विधायक य़ा सांसद यदि जनता के वोट का अपमान कर देश हित की आड़ लेकर निज हित में दूसरी पार्टी ज्वाइन करता है तो उसे य़ा तो अयोग्य करार दिया जाये य़ा उसे पुन: जनता का आदेश लेने चुनाव मैदान में जाने की सलाह दी जाये व विधायक , सांसद चुनाव लड़ने के लिए ग्रेजूऐशन की सीमा तय कर दी जाये तो भारत अकस्मात ही एक पूर्ण शिक्षित विधान सभा व संसद के रुप में विश्व में अवतरित हो जायेगा | आप का क्या कहना है ?
डा . वासु देव यादव
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