मुस्कुराहट ही ज़िन्दगी हैं
मुस्कुराने की वजह न ढून्ढे ज़िन्दगी खोज में गुजर जायेगी
वेवजह मुस्करा कर देखें ज़िन्दगी संवर जायेगी |समझने की कोशिश करें ,दीपक बोलता नही , उसका प्रकाश उसकी उपस्थिती को दबंगई से साबित करता हैं कोई भी ब्यक्ती गलत नही होता ,बस उसकी सोच आपसे नही मिल रही हैं
यदि आप सही हैं तो पहले उसकी विचारधारा पर थोड़ा मुस्कुराईये ,आनन्द लीजिये ,फिर उसे अपनी विचारधारा में शामिल करने के लिए ,भले ही आपको मैराथनं दौड लगानी पडे आप लगाईये ,पर अपनी हालत पर मुस्कुराना मत भूलिये |
अंधेरे में उसे राह दिखाने की कोशिश के साथ साथ अपने लिए भी एक साथी तलाश करने का प्रयत्न जारी रखिये || यही कोशिश एक दिन आपको रौशनी के स्त्रोत तक अवश्य पहुँचा देगी ऐसा विश्वास रखिये |
मैं आपको एक उदाहरण से समझाने का प्रयास करता हूँ कि आप न्यूज पेपर पढते हैं य़ा टी वी पर समाचार देख रहे होते हैं तो वर्तमान स्थिति देख कर अधिकांश के मन में तूफान अवश्य उठते होंगे |
उसके जलजले की अस्पष्ट शब्दों की टोकरी से कुछ निशब्द को वाक्य बन कर बहार गिर जाने दें उस पर आप मनन करें फिर धीरे से मुस्कुरायें
फिर उन वाक्यों को अपनी कल्पनाओं के माला में पिरो कर इंटरनेट की दुनिया में डाल दें किंतु आप आवेश में कदापी न आयें और मुस्कुराना जारी रखे ,परिणाम का इंतजार करें ,आप पायेंगे कि इंटरनेट में अचानक एक भूचाल आता हैं और समाज के लिए अवान्छनिय दो पैरों वाला वायरस उसमे फंस कर अपना अस्तित्व खो बैठता हैं | अब तो आप निश्चित रुप से स्वयं ही मुस्कुरायेंगे| मैं भी आपसे यही कहना चाह रहा था कि आप यूँ ही हमेशा मुस्कुराते रहिये
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