शुक्रवार, 12 जून 2020

Aarthik sudhar package kiki samajik samiksha

आर्थिक सुधार पैकेज की सामाजिक समीक्षा 

आर्थिक  सुधारो  के  लिये नीति  निर्धारकों  का  जानमानस  का  ईश्वरीय  रुप  की  अनुभूति  का  होना , उनका  प्रगाढ विश्वास  होना  कि  हर  मनुष्य  में  ईश्वर  का , खुदा  का वास  होता  हैं , उन्हें  प्रसन्न  करने  में  कोई  भी  त्रूटी  हो  , धिक्कार  हैं  हमें , मात्र  यही  भावना ही  भारत  को  आर्थिक  रुप  से  मजबूती  प्रदान  कर  सकती  हैं  जो  की  नितांत  असंभव  कार्य  है|
यदि  ऐसा  न  हो  पाये  तो कम  से कम  इंसान  समझ  कर  नरसिम्हा  राव  कार्यकाल  के प्राय: हर  मामलों  के  मुखिया  रहे  श्री ए  एन  वर्मा  व   श्री  नरेश  चन्द्रा  जी की  तरह  जनहित  में  स्पष्ट  मेमो  लिखना  सीख लें , ज़िसका  वर्तमान  सरकार  में  नितांत  अभाव  हैं | कोरोना काल   में  नित्य  नए  बदलते  मेमो  इसके  सशक्त उदाहरण  हैं चुकि यहां  1985-87 के अधिकतर सचिवों के हाथ में वास्त्विक आर्थिक  रुप रेखा को धरातल पर लाने इनमें जज्बात का नितांत अभाव हैं | ये पब्लिक को मात्र बेले डांस दिखा करे फिलहाल लौक डाउन काल में सत्ता का मजा लेना सीख रहे हैं |

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