चीन डरता है
विदेश नीति के नाम पर लगभग वर्ष भर विदेशी उडान पर रहने वाले प्रधान सेवक , पब्लिक टेक्स का अरबों रू खर्च कर देने में माहिर , यदि हम मात्र नेपाल दौरे की ही बात करें तो वहां के दौरे का खर्च जो निकल कर आया है वह है ' एक करोड इक्सठ लाख दो सौ अंठानवे रू ' और उसका परिणाम क्या निकला ? नेपाल जो हमारे पैर की धूल है , आज हमें आँखें दिखा रहा है और अफवाह फैलती है कि चीन प्रधान सेवक से डरता है , इससे भी कोई फूहड़ मजाक जनता के साथ हो सकता है क्या ?
यह एक विचारणीय प्रश्न है |
Dr. Vasu Dev Yadav
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