शनिवार, 16 मई 2020
Purana bharat mera mitra
*क्या लगता है आपको, 3 मई के बाद एकाएक कोरोना चला जायेगा, हम पहले की तरह जीवन जीने लगेंगे ?*
नही, कदापि नही।
ये वायरस अब हमारे देश में जड़ें जमा चुका है, हमे इसके साथ रहना सीखना पड़ेगा।
कैसे ?
सरकार कब तक लॉक डाउन रखेगी ?
कब तक बाहर निकलने में पाबंदी रहेगी ?
हमे स्वयं इस वायरस से लड़ना पड़ेगा, अपनी जीवन शैली में बदलाव करके,
अपनी इम्युनिटी स्ट्रांग करके।
हमे सैकड़ों साल पुरानी जीवन शैली अपनानी पड़ेगी।
शुद्ध आहार लें, शुद्ध मसाले खाएं।
आंवला, एलोवेरा, गिलोय, काली मीर्च, लौंग आदि पर निर्भर हों,
एन्टी बाइटिक्स के चंगुल से खुद को आज़ाद करें।
अपने भोजन में पौष्टिक आहार की मात्रा बढ़ानी होगी, फ़ास्ट फ़ूड, पिज़्ज़ा, बर्गर, कोल्ड्रिंक की भूल जाएं।
अपने बर्तनों को बदलना होगा, अल्युमिनियम, स्टील आदि से हमे भारी बर्तन जैसे पीतल, कांसा, तांबा को अपनाना होगा जो प्राकर्तिक रूप से वायरस की खत्म करते हैं।
अपने आहार में दूध, दही, घी की मात्रा बढ़ानी होगी।
भूल जाइए जीभ का स्वाद, तला-भुना मसालेदार, होटल वाला कचरा।
कम से कम अगले 2 -3 साल तक तो ये करना ही पड़ेगा।
तभी हम सरवाइव कर पाएंगे।
जो नही बदले वो तकलीफ पावेंगे।
इस बात को मान कर इन पर अमल करना शुरू कर दें।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Padam shree mukutdhar Pandey ji
*पदम श्री मुकुटधर पाण्डेय जी पर शोध पत्र* -----पगडंडियों मे धूप की तपन गांव के जिंदा होने का बोध कवि हृदय में भारत के स्पंदन का प्रमाण देती...
-
*पदम श्री मुकुटधर पाण्डेय जी पर शोध पत्र* -----पगडंडियों मे धूप की तपन गांव के जिंदा होने का बोध कवि हृदय में भारत के स्पंदन का प्रमाण देती...
-
धर्म निरपेक्षता की ईमरती धर्म निरपेक्षता के शब्द को पक्ष विपक्ष के द्वारा न जाने .कितनी बार चबाया गया और भविष्य में न ...
-
नास्तिकों के लिये मध्यप्रदेश में आगर मालवा नाम का जिला के वकील जय नारायण शर्मा के जीवन में घटित सत्य घटना ग्यान चक्षु खोलने के लिए काफी है...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें