शनिवार, 16 मई 2020

Virus ki dahsat

एक डॉक्टर जो ज़िन्दगी की जंग जीत चुकी थी !आई डियुटी ......,पर .....होस्पिटल मे लाशों की ढ़ेर देख कर हुआ उसका हार्ट अटेक ........ओर वह ज़िन्दगी की जंग हार गयी एक कमज़ोर वायरस की दहशत ........समझाने का प्रयास कर रही हैं तुमहे .........,तुम कमज़ोर नही .....कमज़ोर तुम्हारा होसला हैं !एक अकेला दुनिया का सबसे छोटू वायरस ....... वह भी निर्जीव .......कर रहा दुनिया को तबाह ........जब की हमला यह उसका पहला हैं | उठो , अब मत देखो उनकी ओर ......धर्म परीवरतनं मत करो | सरकार ने तुम्हे आरक्षण दिया ....तुम्हे शिक्षा में आगे बढाया |यह तुम्हारे प्रति ईश्वर की आशिष नही तो ओर क्या हैं ?अब अन्य भी आरक्षण की मांग करते हैं | ईश्वर भी हत्प्रभ हैं .......तुम्हारी हताशा देख कर ......वह खुद आया धरती पर ....तुम्हे समझाने .......,कष्ट भोगा, जंगल जंगल खाक छानी कांद मूल खाया, पत्थर पर सोया , पर अंततः लक्ष्य को पाया | मैं पुनः कहता हूँ मत देखो उनकी ओर ......जो तुम्हारा धर्म बदलवाते हैं और खुद बंटे हुए है अपनी कौम में , पर तुम्हे ऊँच- नींच का भेद बताते हैं | पर तुम जांबाज हो . हौसला आफजाई करो उनका जो धर्म परीवर्तन करे चुके हैं य़ा करने वाले हैं | भरी पड़ी हैं सत्य घटनायें रामायण . महाभारत और गीता में , गिर कर उठ जाने की | तुम भी ऐसा कर सकते हो , असहाय नही हो तुम | लो बैंक से ब्याज मुक्त कर्ज और खड़ा करो अपना व्यवसाय | मत देखो तुम उन गिद्धों और चमगादडो की ओर जो तुम्हारे मस्तिष्क एक एक हलचल पर नजर गढाये बैठे हैं | आने वाले समय में ये तुम्हे हिंदुस्तान के खिलाफ खड़ा कर देंगें .....अपनी माँ..... अपनी जननी के खिलाफ खड़ा करे देंगें | mt डरो , मत भटको , अम्बेडकर जी के गीत गाओं , उनके संघर्ष को अपने जीवन का संगीत बनाओं , दुहराते रहो उनके संकल्प को ...... यह जीवन हैं एक अग्निपथ . अग्निपथ . अग्निपथ | ,,

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